श्री ललिता सहस्रनाम अर्चन
सुख समृद्धि, रोगों से मुक्ति, दीर्घ आयु, संतान प्राप्ति, आदि के लिए
सेवा का विवरण
श्री ललिता सहस्रनाम ब्रह्मांड पुराण में वर्णित राजराजेश्वरी देवी श्री ललिता महात्रिपुरसुंदरी के एक हजार नाम हैं जिसे स्वयं वाग्देवियों ने लिखा है और सर्वप्रथम विष्णु जी के अवतार हयग्रीव ने अगस्त्य ऋषि को इसका उपदेश किया। यह स्तोत्र देवी के विभिन्न गुणों, शक्तियों और स्वरूपों का वर्णन करता है। हिन्दू धर्म में देवी देवताओं की कृपा प्राप्त करने के लिए उनके नाम का जप और स्मरण विशेष महत्व रखता है। इसीलिए हमारे शस्त्रों में देवी देवताओं के शतनाम, त्रिशती और सहस्रनाम आदि के पाठ का बहुत महत्व है। श्री ललिता सहस्रनाम का पाठ और उन नामों के द्वारा देवी का अर्चन देवी को विशेष रूप से प्रिय हैं। ऐसा माना जाता है कि श्री ललिता सहस्रनाम का पाठ करने से भक्तों को आध्यात्मिक और भौतिक दोनों तरह के लाभ प्राप्त होते हैं। इसके पाठ से आध्यात्मिक बाधाएं दूर होती हैं और भौतिक जीवन में भी सफलता, समृद्धि और खुशियां आती हैं। इसके प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं – सभी प्रकार के धन, ऐश्वर्य, एवं समृद्धि; सभी रोगों से मुक्ति एवं अच्छे स्वास्थ्य; अकाल मृत्यु से रक्षा; लंबी आयु की प्राप्ति; संतान की प्राप्ति; पुरुषार्थ की प्राप्ति; ग्रहों के दुष्प्रभाव को समाप्त करने के लिए, विद्या, वाकसिद्धि और सम्मोहन शक्ति की प्राप्ति; श्री देवी की कृपा प्राप्ति, मोक्ष, आदि श्री ललिता सहस्रनाम के पाठ के लाभों के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए ब्रह्मांड पुराण के उत्तर खंड के तृतीय अध्याय मैं वर्णित फलश्रुति को पढ़ें। श्री ललिता सहस्रनाम अर्चन कौन कर सकता है: श्री ललिता त्रिपुरसुंदरी देवी (षोडशी) श्री विद्या की मुख्य देवी हैं। जिस साधक ने किसी योग्य गुरु से श्री विद्या की दीक्षा ली हो और उनके मंत्र का पुरश्चरण किया हो वही ये करने के योग्य है। श्री ललिता सहस्रनाम अर्चन के लिए शुभ दिन या वार कौन सा है? श्री ललिता सहस्रनाम का पाठ अथवा अर्चन संक्रांति, विषुव, अपने जन्म दिवस पर, नवमी, महानवमी, चतुर्दशी, शुक्ल पक्ष के शुक्रवार, और विशेष रूप से पूर्णिमा को अवश्य ही करना चाहिए। क्या आपको व्यक्तिगत रूप से भाग लेने की आवश्यकता है? नहीं। योग्य साधकों की कमी और मंत्रों के गोपनीय होने के कारण श्री शक्ति साधना केन्द्र द्वारा यह सेवा अभी दूरस्थ विधि (remotely) द्वारा ही प्रदान की जा रही है। आपके नाम और गोत्र से आपके लिए संकल्प लिया जाएगा। पूजा पूर्ण होने के पश्चात आपको WhatsApp द्वारा आपके नाम से लिए संकल्प की clip भेज दी जाएगी। आप Zoom App के माध्यम से पूजा के समय पर live भी जुड़ सकते हैं।







